भारत के सामाजिक एवं सांस्कृतिक पतन का षडयंत्र

अमेरिका का महा झूठ

९/११ का सच और श्री राजीव दिक्सित जी अमेरिका का महा झूट

पेश करूंगा अपना प्रधानमंत्री: बाबा रामदेव


काले धन के खिलाफ अपने आंदोलन के दौरान भले ही जून के महीने में दिल्ली पुलिस ने बाबा रामदेव और उनके समर्थकों को दिल्ली से बाहर खदेड़ दिया हो, लेकिन गेरुआ वस्त्रधारी संन्यासी ने भारत स्वाभिमान यात्रा को फिर शुरू कर सरकार के खिलाफ बिगुल फूंक दिया है.


रानी लक्ष्मीबाई की कर्मस्थली झांसी से शुरू हुई यात्रा के इटावा तक पहुंचने के एक महीने में बाबा ने लगातार कांग्रेस को उसकी हैसियत बताने की कोशिश की.

यात्रा को उत्तर प्रदेश के कस्बों में मिले व्यापक समर्थन के बाद बाबा आगे क्या मंसूबा पाल रहे हैं और सक्रिय राजनीति के प्रति उनका नजरिया कैसे बदल रहा है, इस बारे में बाबा रामदेव ने इंडिया टुडे के प्रमुख संवाददाता पीयूष बबेले से बेबाकी से बातचीत की.

रामलीला मैदान की घटना और उसके बाद आपसे जुड़े लोगों और संस्थाओं पर सरकार की तरफ से बैठी तमाम जांचों के बावजूद आपकी सभाओं में भीड़ उमड़ रही है? वह कौन-सी बात है जिससे बाबा का करिश्मा बरकरार है?
हमने लोगों को सपने दिखाकर या आश्वासन देकर अपने साथ नहीं जोड़ा. हमने प्रामाणिकता के साथ आरोग्य दिया. भ्रष्टाचार के मुद्दे पर काले धन के प्रमाण पेश किए, कोई ख्याली पुलाव नहीं पकाया. वहीं, राजसत्ता ने लोगों को विकास के झूठे सपने दिखाए.

हमारे आंदोलन में कांग्रेस सरकार की बर्बरता की भूमिका रही. एक संन्यासी की हत्या का प्रयास हुआ. राजबाला की हत्या केंद्र सरकार ने की. आज कांग्रेस की विश्वसनीयता न्यूनतम स्तर पर आ गई है. कांग्रेस के पाप उसे खत्म कर देंगे. लोग सचाई जान रहे हैं और पहले से डेढ़ गुना लोग मेरे कार्यक्रमों में आ रहे हैं.

आगामी विधानसभा चुनावों पर आपकी यह यात्रा कितना असर डालेगी?
हम जनता के सामने तीन मुद्दे लेकर गए हैं- काला धन वापस लाओ, भ्रष्टाचार मिटाओ और व्यवस्था परिवर्तन करो. जो प्रत्याशी या पार्टी इन तीनों मुद्दों पर लिखित समर्थन देगी उसे हमारा समर्थन होगा.

अब तक कांग्रेस के अलावा बाकी पार्टियां हमारी मांगों से सहमति की बात कर रही हैं, इसीलिए मैंने यात्रा में अब तक कांग्रेस का विरोध किया है. लेकिन कांग्रेस का भी कोई प्रत्याशी इन मुद्दों पर हमारे साथ है तो उसे भी समर्थन होगा.

हमारे कार्यकर्ता पांच राज्यों में हर विधानसभा क्षेत्र में प्रत्याशियों को खुले मंच पर बुलाकर जनता के सामने उनकी राय लेंगे. खुले मंच पर होने वाले इन कार्यक्रमों में मैं खुद भी मौजूद रहूंगा.

लेकिन हिसार लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हार का सारा श्रेय तो टीम अण्णा ले गई? क्या अण्णा आंदोलन से आपके मतभेद हैं?
हिसार में चुनाव से एक महीने पहले से हमारे 1,000 कार्यकर्ता सक्रिय थे. एक लाख लोगों से हमारे कार्यकर्ताओं ने सीधे संपर्क किया और कांग्रेस के पाप सामने लाने के लिए पर्चे बांटे. जनता ने उसी के मुताबिक कांग्रेस को बुरी तरह से हराया.

वैसे भी मैं आंशिक तौर पर पिछले 20 साल से और पूर्ण रूप से पांच वर्ष से भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा हूं. इसमें श्रेय लेने की बात कहां से आ गई? लेकिन तुलना की क्या बात करें, अण्णा जी का मैं बहुत सम्मान करता हूं, वे अलग तरह के आदमी हैं, सामाजिक आंदोलन से आए हैं.

अब जैसे रामलीला मैदान (अण्णा आंदोलन में) में जितने लोग इकट्ठा हुए थे उतने लोग तो रोज मेरे पास आते हैं. अब मान लीजिए अरविंद केजरीवाल जी सभा कर रहे हैं, उनके पास कितने लोग आ रहे हैं. उतने लोग तो मेरा स्वागत करने आते हैं. मैं 10 करोड़ लोगों की सभाएं ले चुका है. भारत स्वाभिमान का आंदोलन देश के 640 जिलों में फैला है.

इस आंदोलन से किसी आंदोलन की तुलना करना न्यायसंगत नहीं है. हमने भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन को पहले ही एक स्तर तक पहुंचा दिया था और जब अण्णा जी आए तो मैंने भी अंतिम समय में शामिल होकर उन्हें सहयोग दिया.

जहां तक मतभेद का सवाल है तो अकेला लोकपाल भ्रष्टाचार को दूर नहीं कर सकता. लोकपाल भ्रष्टाचार को मिटाने की दिशा में पहला कदम है. बाकी कानूनों को और व्यवस्था को भी मजबूत करना पड़ेगा, तभी बात बनेगी.

आपने केजरीवाल का जिक्र किया, उन्होंने एक बयान में कहा कि उनका आंदोलन लेफ्ट ऑफ दि सेंटर है, जबकि बाबा का आंदोलन राइट ऑफ दि सेंटर है. इस पर कोई टिप्पणी.
हां, मैं दक्षिणपंथी हूं. मैं आध्यात्मिक व्यक्ति हूं, मैं वामपंथी झुकाव के साथ विदेशी पैसे और पुरस्कार से आंदोलन चलाने वाला व्यक्ति नहीं हूं. मुझे समझ नहीं आता कि आरटीआइ में काम करने वाली संस्थाओं को विदेशों का सहयोग क्यों मिलता है. मुझे ज्यादा कुछ नहीं कहना है.

जब आपके पास 10 करोड़ लोगों का समर्थन है, तो खुलकर राजनीति में आने से हिचक कैसी?लोकतंत्र में राजनीति एक लंबी प्रक्रिया है, ऐसे में जो लोग लंबे समय से राजनीति में काम कर रहे हैं, उन्हें एक और मौका देना चाहता हूं. हमारी मांगें नहीं मानीं तो हम अगले लोकसभा चुनाव से पहले मजबूत प्रधानमंत्री के लिए कोई नाम पेश कर सकते हैं क्योंकि जब तक मुखिया मजबूत नहीं होता देश में कोई बड़ा परिवर्तन नहीं आ सकता.

बात चाहे देश की हो या प्रदेश की और लोग भी यही चाहते हैं. अगले लोकसभा चुनाव में हम अपनी तरफ से प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी पेश करेंगे. उस व्यक्ति का पूरा ट्रैक रिकॉर्ड जनता के सामने होगा.

लेकिन प्रधानमंत्री का पद राष्ट्रपति पद जैसा नहीं है जहां एक नाम प्रस्तावित कर दिया जाए. उसे आप बहुमत दल का नेता कैसे बनवाएंगे? वैसे आपके मन में किसका नाम है?
मेरे दिमाग में 4-6 नाम हैं. लेकिन इनका खुलासा मैं अभी नहीं करूंगा. हां वह नाम मजबूत होगा, ईमानदार होगा और जनता उसे पसंद करेगी. जहां तक उसके चुने जाने का सवाल है तो इसके लिए बड़ी रणनीति बनाई जा रही है, चुनाव के समय देखेंगे कि कितनी पार्टियां उसका साथ देती हैं, जनता कितना साथ देगी. ये बहुत बड़ा मुद्दा होगा. लेकिन किसी व्यक्ति के नाम पर फिलहाल मैं मौन हूं. लेकिन आप ये मान लीजिए कि लोकसभा चुनाव से पहले बहुत बड़ा आंदोलन होगा.

राहुल गांधी के प्रधानमंत्री बनने को लेकर आपकी क्या राय है?
अगर वे काले धन, भ्रष्टाचार और व्यवस्था परिवर्तन के तीन मुद्दों पर हम से सहमत हो जाते हैं, तो उनका प्रधानमंत्री बनने का सपना पूरा हो सकता है. हम एक बार उनको फिर से प्रपोज कर रहे हैं, अंतिम बार.

मैं उनसे पिछले साल भी मिला था और मैंने उनसे कहा था कि इन तीन मुद्दों पर आप अपना रुख प्रामाणिकता के साथ स्पष्ट करें. आपको लिखकर भी देना होगा और जनता के सामने अपनी नीयत साफ करनी पड़ेगी. अब उनके पास ये आखिरी मौका है.

आपने सुबह कहा कि मंदी के खिलाफ 80 देशों में हो रहे आंदोलन से बड़ा आंदोलन आप देश में खड़ा करेंगे? ये किस तरह का आंदोलन होगा.
दुनिया के कई देश दीवालिया होने की कगार पर हैं. अमेरिका जैसी महाशक्ति के हाल खराब हैं. अगर भारत में काला धन वापस नहीं आता तो यहां की अर्थव्यवस्था की हालत भी खराब होगी.

सरकार को गलत आर्थिक नीतियों से चेताने के लिए देश में आंदोलन की सख्त जरूरत है. आंशिक तौर पर पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव से पहले आंदोलन खड़ा होगा और बड़े रूप से लोकसभा चुनाव के पहले आंदोलन खड़ा होगा क्योंकि उससे पहले कितना भी बड़ा आंदोलन खड़ा कर लो, देश भूल जाता है.

ये माना जाए कि कालेधन के खिलाफ आंदोलन अंतरराष्ट्रीय शक्ल ले रहा है?
हमें जो दस्तावेज मिले हैं उसके मुताबिक अमेरिका दुनिया का सबसे बड़ा टैक्स हैवन बन गया है. स्विट्जरलैंड जैसे देश तो उसके सामने कुछ भी नहीं हैं. दूसरी तरफ अमेरिका खुद 1,000 लाख करोड़ डॉलर के कर्र्ज में डूबा है, फिर भी दुनिया की महाशक्ति बना हुआ है.

मेरा उद्देश्य भारत को विश्व महाशक्ति बनाना है, इसके लिए मैं पूरा जीवन समर्पित करने को तैयार हूं. इसके लिए किसी का भी विरोध करना पड़े और कोई भी परिणाम झेलना पड़े मैं तैयार हूं‌.

इस विरोध के बावजूद मैं कहूंगा कि अमेरिका में लोकतांत्रिक ढंग से विरोध करने का अधिकार भारत से बेहतर है. ब्रिटेन में भी हालात बेहतर हैं. हमारे यहां लोकतंत्र को सत्ता की दासी बना रखा है. इससे ज्यादा शर्मनाक क्या होगा.
साभार: आज तक 
वास्तविक सूत्र:  /story.php/content/view/66532/42/0/I-will-present-my-prime-ministerial-candidate-Ramdev.html

राजबाला को मिले शहीद का दर्जा

भारत स्वाभिमान मुरादाबाद                                   ॐ                                               ०३-१०-२०११ 
गुड़गांव

योग गुरु बाबा रामदेव ने केंद्र सरकार से राजबाला को शहीद का दर्जा देने की मांग की है। उन्होंने दिल्ली पुलिस की बर्बरतापूर्ण कार्रवाई को राजबाली की मौत का कारण बताया। रामदेव मंगलवार दोपहर कृष्णा कॉलोनी में पूर्व पार्षद राजबाला को श्रद्धांजलि देने आए थे। रामदेव गुड़गांव में करीब 12:30 बजे पहुंचे और करीब 1 घंटे तक यहां पर रहे।

रामदेव मंगलवार को कांग्रेस पर जमकर बरसे। उन्होंने जनता से यहां तक अपील कर डाली कि अगले विधानसभा और लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का कोई भी प्रत्याशी जीतने न पाए। साथ ही उन्होंने कहा कि जनता हिसार उपचुनाव में कांग्रेस को सबक सिखाएगी। उन्होंने कहा कि देश से भ्रष्टाचार के खात्मे और विदेशों में जमा काले धन की वापसी के लिए राजबाला ने शहादत दी है। कांग्रेस सरकार को सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं है। देश से भ्रष्टाचार के खात्मे के लिए कठोर कानून के साथ-साथ आर्थिक नीतियों में बदलाव की जरूरत है। राजबाला की मौत पर केंद्र सरकार की ओर से भेजे गए 2 लाख के मुआवजे को वापस करने पर बाबा रामदेव से उनकी पुत्र वधु राकेश की सराहना की। उन्होंने इस मामले में आयोग गठित कर मामले की निष्पक्ष जांच करने के साथ-साथ दोषियों को सजा देने की मांग की।

नोटिस भेजकर बदनाम कर रही है सरकार

प्रवर्तन निदेशालय की ओर से मिले नोटिस के सवाल पर उन्होंने कहा कि उनके नाम न तो कोई पैसा जमा है और न ही कोई जमीन। अगर कोई नोटिस आया होगा तो उसका जवाब ट्रस्ट दे देगा। यह सरकार की उन्हें बदनाम करने की कोशिश है। देश को भ्रमित किया जा रहा है। यह केंद्र सरकार की रणनीति का हिस्सा है। इसका खमियाजा हिसार उपचुनाव में पार्टी को भुगतना पड़ेगा। अन्ना हजारे की यात्रा पर उन्होंने कहा कि हर किसी को अपने-अपने ढंग से आंदोलन चलाने का अधिकार है। उन्होंने पहले ही भ्रष्टाचार के मुद्दे पर आंदोलन शुरू किया है। वह अन्ना हजारे के इस आंदोलन का नैतिक समर्थन करते हैं।

बदलाव की बयार

योग गुरु बाबा राम देव ने कहा कि राज बाला की मौत से अपने अंदर एक संकल्प लें कि देश केलिए कुछ न कुछ जरूर करेंगे। उन्होंने राज बाला की मौत को भारत माता के लिए दिया गयाबलिदान बताया। इससे देश में बदलाव की बयार चल पड़ी है। राजबाला की मौत से लोगों मेंकुर्बानी की भावना पैदा होगी। इस मौके पर पूर्व केंद्रीय मंत्री सोमपाल शास्त्री , डॉ . सर्वदानंद आर्य, आचार्य बलदेव , आचार्य आत्मप्रकाश , सुनील आर्य सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।

जल्द दिखेगा परिवर्तन

योग गुरु बाबा राम देव ने कहा कि आज विश्व वैश्विक परिवर्तन की ओर बढ़ रहा है। जनतामहंगाई , असमानता से तंग आ चुकी है। लोगों में आक्रोश बढ़ रहा है। जगह - जगह परिवर्तनको लेकर आंदोलन शुरू हो चुके हैं। जल्द ही परिवर्तन देखने को मिलेग ा। 

साभार: एनबीटी न्यूज

देश की सत्ता पर भ्रष्टाचार का साम्राज्य

भारत स्वाभिमान मुरादाबाद                                   ॐ                                               ०२-१०-२०११ 
फर्रूखाबाद। योग गुरू बाबा रामदेव ने कहा है कि आज देश की सत्ता पर भ्रष्टाचार का साम्राज्य है और इसमें आमूलचूल परिवर्तन की जरूरत है। बाबा रामदेव ने भारत स्वाभिमान यात्रा के अन्तर्गत निःशुल्क योग विज्ञान एवं राष्ट्र निर्माण शिविर के कार्यक्रम में कहा कि भारत स्वाभिमान यात्रा पूरे राष्ट्र में सामाजिक परिवर्तन लाने के लिए शुरू की गई।

उन्होंने कहा कि यात्रा का उद्देश्य लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के साथ-साथ व्यवस्था परिवर्तन लाना है। स्वामी रामदेव ने कहा कि हमें धार्मिक एवं राजनीतिक आजादी तो मिल गई लेकिन आर्थिक आजादी अभी मिलना बाकी है। उन्होंने कहा कि देश के 99 प्रतिशत लोगों को न्याय नहीं मिल पा रहा है जो सरकार की गलत नीतियों का परिणाम है। देश में भ्रष्टाचार नहीं था बल्कि पैदा किया गया। ऐसे में आर्थिक नीति में सुधार की जरूरत है।

सुधार के बाद ही महंगाई और भ्रष्टाचार खत्म हो सकते हैं। अपने आपको कांग्रेस का दुश्मन न.न होने का दावा करते हुए योग गुरू ने कहा कि कांग्रेस सरकार सच्चाई के साथ काम करे। उन्होंने कहा कि भारत को सुपर पावर बनने के लिए नई सिंगल ट्रांजेक्शन टैक्स सिस्टम को लागू करना चाहिए और विदेशों में जमा कालेधन को तत्काल वापस लाने की जरूरत है।

हर क्षेत्र में टैक्स लगाये जाने पर व्यंग करते हुए बाबा रामदेव ने कहा कि देश में कपालभाति अनुलोम विलोम आदि के निःशुल्क योग शिविरों पर भी सरकार टैक्स लगा सकती है। उन्होंने कहा कि योग एक विज्ञान है जो सभी ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य, सूद्र को योग सिखाकर लाभान्वित करता है। उन्होंने बताया कि देश में सबसे बड़ी वाल्मीकि धर्मशाला हरिद्वार में उनके द्वारा स्थापित कराई गई जिसमें प्रतिदिन एक हजार लोगों के लंगर की व्यवस्था है।

उन्होंने कहा कि देश में आज पूंजीवाद एवं साम्यवाद का कुचक्र चल रहा है। ऐसे में महात्मा गांधी का स्वदेशी का सपना पूरा करने के लिए हमें भोजन, भजन आदि सभी स्वदेशी अपनाने चाहिए। तभी हमारी संस्कृति जीवित रह सकेगी। बाबा रामदेव ने माना कि हमने अपने देश में अच्छी तकनीकी पैदा की है जिससे विदेशी वस्तुओं को त्यागने एवं राष्ट्र के उदय के लिए हम सभी को संकल्प लेना होगा।

पातंजलि योग पीठ द्वारा दिल्ली के रामलीला मैदान में पुलिस लाठीचार्ज में घायल हुई राजबाला ने पिछले दिनों अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया था। उनके परिवारीजनों को आर्थिक सहायता दिए जाने के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि राजबाला के परिवार ने सरकार से मिली आर्थिक सहायता वापस लौटा दी है और पीठ उसके परिवारजनों के साथ है। उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा के चुनाव के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं गंगोत्री की शुद्धी के लिए निकला हूं। घाटों की सफाई बाद में होगी। आने वाला वक्त बतायेगा कि आगे केन्द्र के तख्त पर कौन बैठेगा।

बाबा रामदेव का दावा: हिसार से होगी कांग्रेस की हार की शुरुआत


भारत स्वाभिमान मुरादाबाद                                   ॐ                                               ०५-१०-२०११ 
गुड़गांव.
बाबा रामदेव ने सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे की आवाज से आवाज मिलाते हुए कांग्रेस के खिलाफ मतदान का आह्वान किया है। बाबा रामदेव के इस अभियान की शुरुआत हिसार उप चुनाव से होगी। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस के पराजय की शुरुआत हिसार उप चुनाव से होगी।
रामलीला मैदान में पुलिस कथित बर्बरता की शिकार पूर्व पार्षद राजबाला के आवास पर आयोजित उनकी तेरहवीं में शामिल होने आए बाबा रामदेव पत्रकारों से मुखातिब थे। उन्होंने कहा कि कालाधन वापस लाने, भ्रष्टाचार का खात्मा करने और आर्थिक नीतियों में बदलाव को लेकर शुरू किए गए अभियान के अंतर्गत राजबाला ने पहली कुर्बानी दी। उनकी कुर्बानी व्यर्थ नहीं जाएगी। उन्होंने कहा कि रामलीला मैदान में गृह मंत्री पी चिदंबरम के इशारे पर दिल्ली पुलिस ने जो बर्बरता दिखाई उसी का विरोध अन्ना हजारे के आंदोलन में जन सैलाब के रूप में दिखाई दिया।
राजबाला के परिजनों ने लौटाई दो लाख रुपए की मुआवजा राशि योगगुरु ने बताया कि सरकार राजबाला की शहादत को दो लाख रुपए की मुआवजा राशि के बोझ से मिटा देना चाहती थी लेकिन राजबाला के परिजनों ने ड्राफ्ट यह कह कर लौटा दिया है कि उन्हें मुआवजा नहीं न्याय चाहिए।
राजबाला की पुत्र वधू राकेश ने पत्र लिख कर राशि ठुकरा दी। पत्र में मांग की गई कि सरकार निष्पक्ष न्यायिक आयोग गठित कर राजबाला की मौत के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे।
नरेश यादव से की अकेले में मुलाकात: हाल ही में हरियाणा जनहित कांग्रेस (बीएल) की सदस्यता ग्रहण करने वाले अटेली मंडी के पूर्व विधायक नरेश यादव ने भी कृष्णा कॉलोनी में राजबाला के आवास पर बाबा रामदेव से अकेले में दस मिनट तक मुलाकात की। इस मुलाकात को हिसार उप चुनाव से जोड़ कर देखा जा रहा है।

साभार: दैनिक भास्कर हिंदी 
वास्तविक सूत्र:
http://www.bhaskar.com/article/HAR-OTH-ramdevs-claim-hissar-hissar-will-be-the-beginning-of-the-defeat-of-congress-2479253.html?HF-24=

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