भारतीय जनता पर हमला: लोक तंत्र पर हमला, ४ जून २०११: डॉकयुमैंट्री



श्री विश्व बन्धु गुप्ता: यु. पी. ए. सरकार के भ्रष्टाचार पर


श्री विश्व बन्धु गुप्ता: यु पी ए सरकार के भ्रष्टाचार पर 

प्रदर्शन: महिला पतंजलि योगपीठ: जंतर मंतर दिल्ली ७ अगस्त २०११


प्रदर्शन 

रामलीला मैदान "४ जून" के बारे में अरिंदम चौधरी

स्वामी रामदेव आपकी अदालत में




हमको पता न था सूरज बचकानी भाषा बोलेगा



हमको पता न था सूरज बचकानी भाषा बोलेगा
जाने किस दिन लाल किला मर्दानी भाषा बोलेगा


सैतालिस को ए. के. सैतालिस से डरते देखा है
संविधान को नेता के घर पोलिश करते देखा है
खुद्दारी को गद्दारी का पानी भरते देखा है
सिंदुरो को तन्दूरों में जल कर मरते देखा है
दंड नीति का नायक जब चट्टानी भाषा बोलेगा
जाने किस.................................
हमको ........................................
जाने किस.................................


जिस दिन जनता विष बेलों को तेज़ाबों से सीचेगी 
जिस दिन बाहें भीम बलि की दु:शासन को भीचेगीं
भ्रष्टाचारी व्यभिचारी को संसद में से खीचेगीं
जिस दिन जनता गद्दारों को संसद में से खीचेगीं
जाने किस दिन जनमानस तूफानी भाषा बोलेगा
जाने किस.................................
हमको ........................................
जाने किस.................................

गीता की कसम तुम्हे, तुम्हे कसम कुरान की

गीता की कसम तुम्हे, तुम्हे कसम कुरान की 
बिबले की कसम, तुम्हे कसम इमान की 

देश की पुकार है, पुकार है समाज की
राष्ट्र धर्म बन गयी है एकता है आज की
देश की सम्रद्धि में लगा दो बाजी जान की 

देश, भाषा, ज्योतियों के बीच न विवाद हो
हर हृदय विशाल हो एक स्वाभिमान हो 
आ गयी कठिन घडी परख तेरे इमान की 

दाव, पेंचों ने हमारे धर्म को जकड लिया 
मूक धर्म, हो विवश तड़प रहा बिलख रहा
हटो नहीं स्वधर्म से कसम तेरे जबान की

रचनाकार: सदाशिव पाण्डेय,   स्रोत: योग सन्देश पत्रिका, जून अंक 

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