हमको पता न था सूरज बचकानी भाषा बोलेगा
जाने किस दिन लाल किला मर्दानी भाषा बोलेगा
सैतालिस को ए. के. सैतालिस से डरते देखा है
संविधान को नेता के घर पोलिश करते देखा है
खुद्दारी को गद्दारी का पानी भरते देखा है
सिंदुरो को तन्दूरों में जल कर मरते देखा है
दंड नीति का नायक जब चट्टानी भाषा बोलेगा
जाने किस.................................
हमको ........................................
जाने किस.................................
जिस दिन जनता विष बेलों को तेज़ाबों से सीचेगी
जिस दिन बाहें भीम बलि की दु:शासन को भीचेगीं
भ्रष्टाचारी व्यभिचारी को संसद में से खीचेगीं
जिस दिन जनता गद्दारों को संसद में से खीचेगीं
जाने किस दिन जनमानस तूफानी भाषा बोलेगा
जाने किस.................................
हमको ........................................
जाने किस.................................
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